पूरे दिनभर में एक पल ऐसा आता है जहाँ हम खुद को सबसे अलग कर लेते हैं हर क्षेत्र में खुद को हारा हुआ समझते हैं खुद को शून्य कर लेते हैं बस... इसी पल में हमें मजबूत होना होता है प्यार सबको होता है लेकिन किसी को मिल जाता है उसको उतना ही चाहने वाला तो? किसी को नही ! लेकिन ये भी कहुँगा कि प्रेम एक से और एक ही बार होता है जीवन बहोत बड़ी है जब भी अकेले खुद को करो तो शुन्य होने से बेहतर है वो पल माँ -पिता को दे दो गले लग के देखो बहोत आनंद आता है बहोत तकलीफ होगी लोगो के जीवन में यहां कहना आसान है लेकिन जिस पे बीत-ती है वो बेहतर जानता है सो अकेले मत होने दो खुद को ..मेरे अनुभव.. #मेरे_अनुभव