जो मैं कह ना सका जो मैं दिख ना सका जो मैं सह ना सका चंद पन्नो पर हृदय के उद्गार से जो मैं हूँ ,जो मैं था जो महसूस किया, जो समझ सका शब्दो मे पिरोकर लिख दी भावों की किताब "रूप की गलियाँ" #YourQuoteAndMine Collaborating with Kumud Mishra जो मैं कह ना सका जो मैं दिख ना सका जो मैं सह ना सका चंद पन्नो पर हृदय के उद्गार से