दर्स-ए-वफ़ा हर दफा झुकता नहीं अँधेरा भी छाता हैं आता तूफान भी है चिराग रोशन करने वाला बुझता नहीं रहता हूँ पराया हर एक अंजुमन में सिवा तेरे हमें कुछ और सूझता नहीं दिल का शोर लिए रहते थे तन्हाई में वो अब खामोशियों में कहीं गूँजता नहीं अगर आपने भी खोया है किसी को तो जरूर आपके दिल को छुएगी ये रचना #ज़िन्दगीकासिलसिला #yourquoteandmine #ravikirtikikalamse #ravikirti_shayari #ravikirti_poetry Collaborating with YourQuote Didi #paidstory