जीवन की हकीकत जीवन की हकीकत से आखिर रूबरू हो ही गई मैं सोच में जो देखा था संसार वैसा नहीं असल में सभी को मित्र समझा, किया उनपर विश्वास दुश्मन ही मिले फ़िर भी, ओढ़े दोस्ती का लिबास ज़िंदगी की इस कहानी में बच्ची ही बनी रह गई मैं नादानी से भरपूर, झेल रही हूँ आज भी वक्त के सदमें #rztask115 #rzलेखकसमूह #restzone #rzwriteshindi #collabwithrestzone #yqrestzone #rzwotm #ps_writeups