कहाँ होती हो तुम? ना दिखाई देती हो, ना सुनाई देती हो सिर्फ मौजूद होती हो, हर जगह, मेरे हर तरफ, हर मंजिल, हर मोड़ पर, एक परछाई की तरह, लेकिन कहाँ होती हो तुम? छुप कर, चुपचाप... जिसे सिर्फ मेहसूस कर पाता हूँ, जिसके सिर्फ साथ होने का ख्याल कर पाता हूँ, लेकिन कहाँ होती हो तुम? बस चुपचाप एक शोर करती हो, जो सिर्फ एहसास में सुनाई देती है, और दिल में उतर कर, तुम्हारे ख्याल में बदल जाती है, लेकिन कहाँ होती हो तुम? आखिर क्या करती हो, जो सब कुछ हो जाता है, मगर पता कुछ भी नहीं चलता, ये दिल छीन लेती हो, और जान भी छोड़ जाती हो, क्या है ये, मुझे बताओगी ज़रा... #nojoto#nojotopoem#love #chandan_bharati#feeling#एहसास#कविता#प्यार#कहाँ_होती_हो_तुम