इश्क के खातिर जिंदा हो बेवफा कह के तुम शर्मिंदा हो तुम्हे देख इश्क मे हुआ पागल था दुनिया की भीड़ मे चुनिंदा हो शर्म आने लगी है अब तुम्हे इश्क मे बाजारे-इश्क के तुम भी बाशिंदा हो कभी उड़ा करते आजद गगन मे हैरत हुई देख की कैद परिंदा हो खुद को कहते हो "अली" तुम सुख़न कहते क्यों नही की लोगों की निंदा हो #अली ख्याल #Nojotohindi ख्याले इश्क