*लड़की हो* खुद पर नाराज़गी तब होती है जब तुम लड़की हो कहके घरमे बिठा दिया जाता है सपनो को पैरो तले रौंद दिए जाते हे यहा मत जाना , वहा मत जाना ये मत करना ,ओ मत करना कह कर शब्दो की कैद में बंधा जाता है बार बार तुम लड़की हो, तुम लड़की हो सुनके लगता है जैसे हमे कोस जाता है। खुद पर नाराज़गि तब होती है। #Narazgi #लड़की #कड़वासच