Nojoto: Largest Storytelling Platform

अभी है दास्ता ताजी लहू की इन लकीरों में... अभी भ

अभी  है दास्ता ताजी लहू की इन लकीरों में... 
अभी भी होड़ है आगे निकलने की बजीरो में..
हमारे लाल भारत का तिरंगा ओड कर बोले..
यहाँ मत ढूंढना हमको कभी छोटे नजीरो में।।

©Deepak shayar
  #मुख्तक Yuvika Shekhawat Anshu writer Satyaprem Upadhyay Äñgëĺîñä (Añgëľ) Sircastic Saurabh