कंजूसों की जिंदगी क्या जीना, कभी हमारी तरह भी जिया करो, रोज मेरे sms पढ़ कर शरम नहीं आती, कभी खुद भी sms किया करो. कंजूसों की जिंदगी क्या जीना, कभी हमारी तरह भी जिया करो, रोज मेरे sms पढ़ कर शरम नहीं आती, कभी खुद भी sms किया करो.