रुकें सभी अब किसके दर जायें तुम चाहते थे न चलो घर जायें देख बाहरी दुनिया खिड़कियों से ख़्वाब तेरे बंद कमरे में न मर जायें बदल जाती हैं आदतें कुछ दिनों में इश्क़ की कोई और पसंद न बन जायें वक़्त अब कब मिलेगा घर आने को मुस्कुरा जरा ,ये वक़्त भी न गुजर जायें #lockdown #23andme #life #experience #quotes #poems #home #smile