Nojoto: Largest Storytelling Platform

ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा| वक्त ने मैदान मे

ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा|
  वक्त ने मैदान मे उतारा, मै खेलता रहा|ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा| 
वक्त ने मैदान मे उतारा, मै खेलता रहा|
लोग कहने लगे पागल हो जाएगा तु, मै सुनता रहा |
लोगो की बातो को मन मे दबाए, अपने सपने बुनता रहा|
लेकिन कैसे बताऊ इन लोगों को की जब वक़्त बदलेगा, तो मैं नहीं मेरा विश्वास बदलेगा, 
फिर ये पागल इन लोगों को  नहीं पूरा इतिहास बदलेगा

©Deshant Raghuwanshi हर आईएएस और आईपीएल की दिल की आवाज





#OneSeason
ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा|
  वक्त ने मैदान मे उतारा, मै खेलता रहा|ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा| 
वक्त ने मैदान मे उतारा, मै खेलता रहा|
लोग कहने लगे पागल हो जाएगा तु, मै सुनता रहा |
लोगो की बातो को मन मे दबाए, अपने सपने बुनता रहा|
लेकिन कैसे बताऊ इन लोगों को की जब वक़्त बदलेगा, तो मैं नहीं मेरा विश्वास बदलेगा, 
फिर ये पागल इन लोगों को  नहीं पूरा इतिहास बदलेगा

©Deshant Raghuwanshi हर आईएएस और आईपीएल की दिल की आवाज





#OneSeason

हर आईएएस और आईपीएल की दिल की आवाज #OneSeason