ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा| वक्त ने मैदान मे उतारा, मै खेलता रहा|ऊलझने बढती रही, मैं झेलता रहा| वक्त ने मैदान मे उतारा, मै खेलता रहा| लोग कहने लगे पागल हो जाएगा तु, मै सुनता रहा | लोगो की बातो को मन मे दबाए, अपने सपने बुनता रहा| लेकिन कैसे बताऊ इन लोगों को की जब वक़्त बदलेगा, तो मैं नहीं मेरा विश्वास बदलेगा, फिर ये पागल इन लोगों को नहीं पूरा इतिहास बदलेगा ©Deshant Raghuwanshi हर आईएएस और आईपीएल की दिल की आवाज #OneSeason