जो ग़म कोई सताए, हर पल तुम्हें रुलाए; यूँ ही ना तू घबराओ, तुम मेरे पास आओ। ना घर कोई मेरा, ना कोई बसेरा। कहीं बीते रातें तो कहीं पर सवेरा॥ फिर भी ना ग़म है न कोई शिकायत। ना तुमसे दुश्मनी न खुदा से अदावत॥ है आसान खुश रहना, बस न खुद को सताओ। ना ही कोई निश्चित मेरा अपना ठिकाना। फिर भी जीवन से,सिखा हरदम मुस्कुराना। हँसने की अगर ना कर सकते हिमाक़त। दिया किसने मायूस, रहने की इजाज़त॥ इसलिए रासि हर पल; ग़म में भी गुन गुनाओ। ✍🏻@raj_sri मेरे पास आओ, जहाँ भूल जाओ... #मेरेपासआओ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #rasi #660