वो जिसे तुम ढूंढ रहे हो वो एक मृगतृष्णा है और कुछ नहीं वो सूखे रेत का समंदर है और कुछ नहीं वहां ना कोई मीरा है और ना ही कोई कान्हा है इस पहेली को आसान ना बूझ पाना है उस जलधि की चाह में मत भागो कुछ क्षण रुको कुछ आशाऐं त्यागो ना मिला कुछ तो हताश हो जाओगे और रास्ता भटक गये तो निराश हो जाओगे मृगतृष्णा में जो प्रतिबिम्ब नज़र आता है वो दूर कहीं गुम हो जाता है वो जिसे तुम ढूंढ रहे हो वो एक मृगतृष्णा है और कुछ नहीं वो सूखे रेत का समंदर है और कुछ नहीं # hindi #mrigtrishna #yqbaba #yqdidi #triptananwani #kavita #translation