उम्मीद की डोर सदैव पकड़े रहो, टूट जाओ तो ख़ुद को सम्हाले रहो। यही वक्त का भी तकाज़ा हैं साहिब, गम में भी आंसुओं को रोके रहो।। हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें | #rzउम्मीद_डोर #yqrestzone #yqdidi #yqrz #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone