आज ख़फ़ा है मेरी रूह क्योंकि उसकी आवाज़ सुनाई नहीं देती।। वो थी सुबह शाम मेरे बाहों में अब वो मेरे पास भी आना नहीं चाहती।। होता था मैं कभी देर तो पलके बिछा कर इंतेज़ार करती थी पर आज वो इस कदर रुठी है कि अब मेरा इंतेज़ार नहीं करती।। माँगा था मैं माफ़ी उससे पर वो मुझे माफ़ नहीं करती।। कह दुँ क्या उससे मेरी दिल की बात या शायद वो सुनना नहीं चाहती।। Opened for collab... #invitetocolleb #yqinviteallforcollaboration #yqquotes #yqdidi #yqdiary #aestheticthoughts