Unsplash तुम जब से खो गई हो मुझे कुछ नहीं भाता है मन मेरा विचलित रहता नैन अश्कों से भर आता है।। मन का क्या है इसने तो तेरी यादों का आना जाना है तुमने तो भुला दिया मुझको सिखा जाते तुम्हे कैसे भुलाना है।। बहुत देर की दी प्रिये तुमने ये मुझे बताने में कई साल लग गए तुमको नफरत है मुझसे जताने में।। तुम बिना जिंदगी ये मेरी तन्हाइयों में गुजरी जा रही है मन बहुत अकेला है फतह फिर तुम्हारी याद आ रही है।। रकीब संग घर बसाने का संदेशा जब वहां से आता है नफा तुमको हो मुबारक मेरा तो सिर्फ घाटा है।। ©Fatah Veer Singh #lovelife #fatahshayer @unkahe_lyrics