असरार ए बात थी तुमसे चुपके से कहनी थी दिल के जज़्बातों को हर्फ़ हर्फ़ लिखनी थी क़हर ढा देती थी जब तुम घर से निकलती थी हर शख़्स की नज़र में तुम समा जाती थी सदा आती थी तुम्हारी जब तुम दूर मुझसे जाती थी तुम्हारी ही आवाज़ मुझे हर जगह सुनाई देती थी पागल हो जाता था जब तुम ज़ुल्फें झटकती थी शेफ्ता हो जाता था जब तुम मुझे देखती थी मैं इंतज़ार में रहा एक उम्र तुम कहाँ चली गयी थी मेरा 'सफ़र, मुसलसल है निगाहें तुम्हे ही ढूंढ रही थी #yqbaba #yqdidi #love #shayari #urdu #urdushayari #yqbhaijan #poetry Deepti Khanna Anjali Jain rakesh agarwal Rakesh Chawla Madhu Jhunjhunwala