समानता की नीति में सभी व्यक्तियों, वर्गों, जातियों के साथ समान व्यवहार किया जाता है। सभी को समान अवसर, समान अधिकार, समान सुख व समान सुविधाएं प्रदान की जाती है। तुष्टिकरण की नीति में एक व्यक्ति, वर्ग, जाति के साथ अन्य व्यक्ति, वर्ग, जाति से भिन्न व्यवहार किया जाता है। एक व्यक्ति, वर्ग और जाति को अन्य व्यक्ति, वर्ग और जाति से अधिक व असमान अवसर, सुख, सुविधाएं व अधिकार प्रदान किए जाते हैं। साधारण शब्दों में 'तुष्टिकरण ' का अर्थ यह समझ लीजिए कि किसी को विशेष टुकड़ा डालकर खुश करने की नीति। ऐसी नीति परिवार, समाज, राज्य और देश कहीं भी अपनाई जा सकती है।। © Anjali Jain समानता और तुष्टिकरण 13.04.22 #patience