तुम्हें यह सुनहरा साल मुबारक..! आने वाला हर ख़्याल मुबारक..! तुम जश्न मनाओ जन्मदिन का..! मोम- बत्तियों का हाल मुबारक..! कैसे हो हमें भी तो बताओ ज़रा..! पूछने वालों का सवाल मुबारक..! उफ़ ये महताब और ये सादगी..! परिंदे तुझे तेरा जाल मुबारक..! यूँ न देखो हमें सेहर नजरों से..! शतरंज की हर चाल मुबारक..! मैं भी याद क्यूं करूं तुमको..। तुम्हें तुम्हारा मलाल मुबारक..! वो पढ़ नहीं पाए चश्म-ए-नम..। "राज" तुम्हें भी जमाल मुबारक..। ©Darshan Raj #a #gazal #nazm #bazm_e_nazm #bazm_e_urdu #Darshan_Raj #Shayar #shayri #rekhta #Nojoto