ऐसा तो कोई दिन मेरी जिंदगी में आ नहीं सकता। मैं तुझे तो किसी सूरत भी भुला नहीं सकता। पता लग गया सबको हमारे बारे में । मैं अब और यह राज़ छुपा भी नहीं सकता। चाहते है घरवाले तस्वीर तेरी देखना। पर में शायर हूं तस्वीर बना ही नही सकता। लेकिन लिखूंगा अपनी गजलों में तेरे हुस्न के वाकिए। तेरे जैसा हसीं कोई ओर नज़र आ भी नहीं सकता। कुछ रोज़ तक तो रोशन था सारा जहां मेरा। अब तो कोई सूरज भी मुझे रोशनी लोटा नहीं सकता। तेरे इनकार ने बुझा दिया मेरे इश्क़ का चिराग़। कोई बुझा चिराग़ कभी अंधेरे मिटा नहीं सकता। है मालूम मुझे अपनी कहानी का अंजाम ~सनम। में मर जाऊंगा पर कभी तुझे पा नहीं सकता। ©Mohd Shuaib Malik~सनम #Winters #mohdshuaibmalik #सनम