उससे तो मस्लहतन यही वाक़या रहा अनजान रास्तों पे मिरा साथिया रहा वो ज़िन्दगी में था नहीं पर साथ था कहीं मानो मिरी ग़ज़ल का जैसे क़ाफ़िया रहा— % & काफ़िया #yqdidi #yqhindi #yqshayari #hindipoetry #urdu #sanubanu