बूढा पीपल आज भी इसके छांव निर्मल है हर बच्चे के बचपन का यादों का कंबल है हर पेड़ आयु आने पे मुरझा जाता है पर पीपल अंत तक लहलहाता है कभी इनके नीचे पंचायत होती है आज आदमी की जमात ही नहीं है चिड़िया का कभी आशियाना होता था एक जामने मे पूरा इंसान अौर प्रकृति का साथ होता था आज बस ऐसी ही बिना साथी का खड़ा है। #बूढापीपल#napowrimo#yqdidi 2/30