ये नींद मेरी तेरे सपनों की ही प्यासी है तू रानी इसकी ये तेरी दासी है न हो तू रूबरू जिस रैन सपनों में मेरे पलकों पे छाई रहती एक अजीब उदासी है #SapnaTereLiye