वाकिफ़ हूं तुमसे तुम्हारी बेपनाह मोहब्बत से जो न सहना था उसको भी सह गये तुम! वाकिफ़ हूं तुमसे तुम्हारी अधूरी मोहब्बत से मझधार में छोड़कर किसी और के हो गये तुम!!