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एक माँ नौ महिने अपने अंदर अपने बच्चे को महसूस करत

एक माँ नौ महिने अपने अंदर 
अपने बच्चे को महसूस करती है 
पूरी दुनिया में इक माँ ही है जो
अपने बच्चे को सबसे ज्यादा जानती है 
पर जब वो बड़ा होता है तो 
माँ की बातों का अनुसरण नहीं करता 
उसे सिर्फ अपनी मनमानी करनी होती है 
जिस दिन वो अपनी माँ के सामने 
बहस करने लग जाता है तब माँ 
का दिल बहुत दुखता है फिर भी 
वो अपने बच्चे के भलाई ही मांगती है 
जन्म लेते समय भी माँ बहुत 
परेशान होती है और तब भी होती है 
जब उसके बच्चों को कोई तकलीफ है 
वो हमारे लिए पूरी रातें जग कर 
हमें सुखदायी पल देती है 
पर उसे दुःख तब होता है 
जब हम उनकी तकलीफो को 
नहीं समझते हैं और वो हमारे 
बिना बोले ही समझ जाया करती है 
सच में हम अपनी माँ को दुःख बहुत देते हैं।  माँ एक औरत के रूप में हर रिश्ता इतनी ख़ूबसूरती से निभाती है कि कोई विश्वास ही नहीं कर पाता कि उसे कोई दुख भी हो सकता है। 
पति, बच्चे, सास-ससुर, मायका, रिश्तेदार, प्रेमी, ऑफ़िस, दुनिया क्या उसे इनसे कोई शिकायत नहीं?
आज माँ की ओर से कुछ पंक्तियाँ लिखें।
#माँकेदुख #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
एक माँ नौ महिने अपने अंदर 
अपने बच्चे को महसूस करती है 
पूरी दुनिया में इक माँ ही है जो
अपने बच्चे को सबसे ज्यादा जानती है 
पर जब वो बड़ा होता है तो 
माँ की बातों का अनुसरण नहीं करता 
उसे सिर्फ अपनी मनमानी करनी होती है 
जिस दिन वो अपनी माँ के सामने 
बहस करने लग जाता है तब माँ 
का दिल बहुत दुखता है फिर भी 
वो अपने बच्चे के भलाई ही मांगती है 
जन्म लेते समय भी माँ बहुत 
परेशान होती है और तब भी होती है 
जब उसके बच्चों को कोई तकलीफ है 
वो हमारे लिए पूरी रातें जग कर 
हमें सुखदायी पल देती है 
पर उसे दुःख तब होता है 
जब हम उनकी तकलीफो को 
नहीं समझते हैं और वो हमारे 
बिना बोले ही समझ जाया करती है 
सच में हम अपनी माँ को दुःख बहुत देते हैं।  माँ एक औरत के रूप में हर रिश्ता इतनी ख़ूबसूरती से निभाती है कि कोई विश्वास ही नहीं कर पाता कि उसे कोई दुख भी हो सकता है। 
पति, बच्चे, सास-ससुर, मायका, रिश्तेदार, प्रेमी, ऑफ़िस, दुनिया क्या उसे इनसे कोई शिकायत नहीं?
आज माँ की ओर से कुछ पंक्तियाँ लिखें।
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माँ एक औरत के रूप में हर रिश्ता इतनी ख़ूबसूरती से निभाती है कि कोई विश्वास ही नहीं कर पाता कि उसे कोई दुख भी हो सकता है। पति, बच्चे, सास-ससुर, मायका, रिश्तेदार, प्रेमी, ऑफ़िस, दुनिया क्या उसे इनसे कोई शिकायत नहीं? आज माँ की ओर से कुछ पंक्तियाँ लिखें। #माँकेदुख #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi