ज़िन्दगी की इस राह में बस चला जा रहा हूँ मैं, वक़्त का एहसास भी नहीं मुझे, अरविंद इस चाँद की जुस्तजू में न मालूम और कितना सफ़र अभी बाकी है दोस्त I ©Arvind Akv #Road चाँद की जुस्तजू में