दिल में इक तहखाना है , दिल भी जिससे अनजाना है ! कितने लम्हें समेटे है, कितने आरज़ू लिए बैठा है ! राज़ ऐसे भी है जो ख़ुद भी न जान पाया है..!!! दिल में इक तहख़ाना है, दिल भी जिससे अंजाना है... #तहख़ाना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi