इल्ज़ाम लगाने दो... उसे फिर से, मुझ पर नया इल्जाम लगाने दो। कई रोज गुजरे खुशी मे, फिर मुझे दर्द ए जाम लगाने दो । तम्मस्सुम उसके हया की , गलती मेरी बताती है । झूठ ही सही, उसे सरे- आम लगाने दो। चलो ठीक है ... तेरा दिल दुखाने का इरादा नहीं माना। मोहब्बत तुम्हे भी है तो , मुझे खुले- आम बताने दो ।। सरेआम