टूटा तो है कुछ मगर पर आवाज नहीं आयी बिखर गए कुछ सपने पर आवाज नही आयी। वक़्त खामोशी से बढ़ गया पर आवाज़ नहीं आयी बहुत कुछ इस क़दर बिखर गया पर आवाज नही आयी। तूफ़ान है अंदर कुछ इस तरह पर आवाज नही आयी लहरों का शोर हो जैसा पर आवाज़ नहीं आयी। #tuta to hai kuch magar....