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वक्त दरकार-ए-वक्त चाहिए होती है, जीवन को संवरने के

वक्त
दरकार-ए-वक्त चाहिए होती है, जीवन को संवरने के खातिर !
 और सब्र चाहिए होती है,
 दौर-ए-मुस्किल से गुजरने 
के खातिर !!

©Shubham Raj Tiwari
  वक्त  POOJA GANGWAL Anshu writer heartlessrj1297 Pyare ji Dimple girl