उषा के छू आरक्त कपोल किलक पड़ता तेरा उन्माद, देख तारों के बुझते प्राण न जाने क्या आ जाता याद? हेरती है सौरभ की हाट कहो किस निर्मोही की बाट? #महादेवी_वर्मा #जन्मजयंती💐 #लेखनी✍️ ©शिवओम तिवारी #Hope