मेरी खामोशी!! मेरी खामोशी ही मेरा चेहरा है.. माना कि दूसरो के जख्मों से थोड़ा ज्यादा गहरा है!! देखने से सुकून है, लेकिन अंदर अधेरा है.. हूं मै कम सबसे लेकिन अस्तित्व मेरा सुनहरा है!! लोगो को नापसंद हूं, लेकिन बनना मेरे जैसा है.. ऐसी कशमकश में मुझे क्यों फसा रहा है!! अब तो वक़्त भी मुझसे खुश होजा रहा है.. क्योंकि अपने ही वक़्त पर अब मेरा पहरा है!! मेरी खामोशी ही मेरा चेहरा है।। खुद से है मोहबब्त और अब उससे बेपनाह करना है!! पर शायद मेरी ही ज़िन्दगी को मुझसे लड़ना है.. किस्मत कूत्ती चीज ही ऐसी होती है!! कभी दिल में रहती हैं तो कभी काटने को दौड़ती है.. जख्मों से नाता खानदानी है हमारा!! अब तो बस अपनी जान से खुशी को समेटना है.. बस इतना ही बात सबको कहना है!! की मेरी खामोशी ही मेरा चेहरा है।। एक और बात सुनाता जाता हूं!! रहता हूं दूर तुमसे लेकिन बिना वजह ही चाहता हूं.. मुझे कोई लालच नहीं है तुमसे मेरी जिंदगी में!! बस अपने हिस्से का प्यार तुमसे चाहता हूं.. हमेशा किया है तुमने उसपर कोई सवाल नही है!! तुम्हारे जैसा हमदर्द किसी और के पास फिलहाल नहीं है.. बस यही तुम्हारे साथ से तो मेरा भविष्य सुनहरा है!! पा कर तुमको हमेशा मेरा दिल खुशनसीब समझ रहा है.. लेकिन आज रात का अंधेरा थोड़ा गहरा है!! क्योंकि मेरी खामोशी ही मेरा चेहरा है।। ©कव्यप्रिंस #Coffee #lockdown #LateNight #poem #selfmotivation #Love #Nojoto #Silentpeace #darkside #blackthoughts