बेमतलब की खुदी पर ना इतराओ मिया। जरा सा मुस्कुराओ और सबको गले लगाओ मिया। ~~v.raj~~ बेमतलब की खुदी पर ना इतराओ मिया, जरा सा मुस्कुराओ और सबको गले लगाओ मिया। नकाबों के पीछे नकाब है यहां, हर मुस्कुराहट के पीछे घाव है यहां, कट तो रही है यह जिंदगी सबकी, थोड़ी इसे जीके दिखाओ मिया। गर्दिश में है सितारें यहां, दम तोड़ रहे है पैमाने यहां,