दुनिया में तीन ही कारणों से लोग असफल हैं १} स्त्री हैं पुरुष का सम्मान नहीं करते २} पुरुष हैं स्त्री का सम्मान नहीं करते। ३} प्रकृति का सम्मान नहीं करते। जीवन में सफ़लता के लिए स्त्री पुरुष प्रकृति तत्त्व का संतुलन परम आवश्यक है और इस गलतफहमी में ना रहें की किसी एक व्यक्ति या स्त्री से नफरत कर या उसका अपमान कर आप बाकियों को सम्मान देकर इस असंतुलन से बच जाएंगे। नहीं कतइ नहीं संतुलन की इस प्रक्रिया में आपको सभी को सम्मानित नजर से देखना होता है इस भेद को जानने वालों के रास्ते में ना तो भाग्य आता है ना कोई ग्रह ना बदनसीबी। यही है सफ़लता का परम सूत्र।