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ज्यौं अत्याधिक तपने से लोहा पिघल जाता है। ज्यौं अध

ज्यौं अत्याधिक तपने से लोहा पिघल जाता है।
ज्यौं अधिक गर्मी से बर्फ पिघल जाती है।
तेरी यादें जो अब तक आंखों में जमी थी उल्झन बन कर,
वो बह चली अब,,, आंसू बनकर।
अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻

©Ashutosh Mishra
  #melting POOJA UDESHI ram singh yadav Asha...#anu ALOK MISHRA "DEEPAK" chandni  A k varma SHAYAR (RK) Yogendra Nath Yogi Satyajeet Roy Sethi Ji