कल्पना में कल्पना को आज हम साकार कर लें l चुटकी भर ये रंग लगा कर प्यार का इज़हार कर लें ll जब से तुम होलीं किसी की, नहीं खेली हमने होली l रास आयी फिर न हमको दोस्तों की वह ठिठोली ll जब भी तन्हा हम हुए खोजा तुम्हें निज कल्पना में l रंग यादों के भरे यादों से निर्मित अल्पना में ll आज इन रंगों को हम मिल स्वप्न में साकार कर लें l मज़बूरियाँ दोनों तरफ हैं मज़बूर हो स्वीकार कर लें ll चुटकी भर ये रंग लगा कर प्यार का इज़हार कर लें ll कल्पना में कल्पना को आज हम साकार कर लें ll #NojotoQuote happy holi