रात की सिसकियाँ, सवेरे उसकी छत को गीली कर देती है हाँ ! इश्क़ में बेचैनियाँ, मुझे उसके लिए पागल कर देती है - Ram N Mandal Raat ki siskiyan, savere uski chhat ko gili kar deti hai Han ! Ishq me bechainiyan, mujhe uske liye pagal kar deti hai #ishq #सिसकियाँ