गम से बेगाना बना देती है चाहत उसकी याद भुला कैसे भुला दूं यह इनायत उसकी मैं खुद से जुदा उसको नहीं कर पाया मेरी एक उम्र हसीन है मोहब्बत उसकी कोई जाकर के इतना तो बता दे उसको मुझसे उससे भी ज्यादा है जरूरत उसकी #shayaries