तेरे वंश में कभी होगा मेरा दाखिला सभी के भावों का मैं दे दूंगा सिला।। एक मोड़ से मेरी राहें खत्म नहीं होती मंजिल वही है, क्या रोकेगा काफिला? तेरे वंश में कभी होगा मेरा दाखिला।। पहले तो कठिन था अब तो महा कठिन है पर विश्वास है, लक्ष्य से देगा ये मिला। तेरे वंश में कभी होगा मेरा दाखिला।। दौर निकल गया, जब हर दिल में राज था। पर अडिग हूं, नहीं किसी से कोई गिला। तेरे वंश में कभी होगा मेरा दाखिला।। चाहता हूं कोई समझे मेरे भावों को साथ देकर सुधा दे प्रेरणा की पिला। तेरे वंश में कभी होगा मेरा दाखिला।। सभी के भावों का मैं दे दूंगा सिला।। दाखिला