लायलपुर का 'लायन' , बंगा गांव का 'टाइगर' , किशन सिंह का 'किशना' , विद्यावती का 'पुत्तर' , अजित सिंह और स्वर्ण सिंह का क्रांतिकारी 'सिंह' । करतार सिंह का 'शिष्य' , उन्नीस का बहादुर किशोर । एक निडर बंदा हिंद का, एक अभिन्न ज़र्रा हिंद का, पता उसका हिंद था, खानदान उसका हिंद था, खिदमत में हिंद की, झूल गया झूला फ़ांसी का। जलियांवाला बाग की रक्त रंजित मिट्टी को घर लेकर आया था। फ्रांस रूस की क्रांति का गहन अध्ययन किया था। पिता से अपने खेतों में बंदूक की फसल बोने को कहता था। अंग्रेजी हुकूमत पर अपने आक्रोश को बनाए रखना चाहता था। 'अकाली' 'कीर्ति' के सम्पादक, अच्छे वक्ता, पाठक, लेखक, विचारक, ऐ कलम के धनी, तुझे नमन मेरा है ऐ वीर भगत सिंह।। ३६४/३६६ भारत को वैचारिक क्रांति से जोड़ने वाले अमर शहीद भगतसिंह का आज जन्मदिवस है। धार्मिक उन्माद, असामनता और अन्याय के विरुद्ध लड़ने वाले भगतसिंह ने भारत की आज़ादी के लिए हँसते-हँसते अपने प्राणों की आहुति दे दी। शत-शत नमन है उन्हें। #शहीदभगतसिंह #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi गूगल yreeta-lakra-9mba