Nojoto: Largest Storytelling Platform

लोग यूं ही आँखों पे गजलें लिखते हैं मैख्वार लगती ह

लोग यूं ही आँखों पे गजलें लिखते हैं
मैख्वार लगती हैं पर ये शराब की मोहताज नही
भरोसा तोड़ा है जनाब हर दर-ए-मददगार ने
अब ये जूनुनीयत किसी हद की मोहताज नही

#मोहताज_नही_2 #MOHTAAJNahi2
लोग यूं ही आँखों पे गजलें लिखते हैं
मैख्वार लगती हैं पर ये शराब की मोहताज नही
भरोसा तोड़ा है जनाब हर दर-ए-मददगार ने
अब ये जूनुनीयत किसी हद की मोहताज नही

#मोहताज_नही_2 #MOHTAAJNahi2