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तुम बिना जीवन अकल्पित, ना लगे संसार प्यारा तुम हो

तुम बिना जीवन अकल्पित, ना लगे संसार प्यारा
तुम हो गंगा मेरे मन की,  मैं  भगीरथ  हूँ  तुम्हारा

मन विहग सा उड़ना चाहे
कामना  के  नीले  नभ  में
दीप ज्वाला जलते जलते
जैसे  उतरी  हो  शलभ में
स्वाति  बूंदों  को  तरसता, मैं  चकोरा  हूँ  बेचारा

तुम बिना जीवन अकल्पित, ना लगे संसार प्यारा तुम हो गंगा मेरे मन की, मैं भगीरथ हूँ तुम्हारा मन विहग सा उड़ना चाहे कामना के नीले नभ में दीप ज्वाला जलते जलते जैसे उतरी हो शलभ में स्वाति बूंदों को तरसता, मैं चकोरा हूँ बेचारा #LOVEGUITAR

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