चोर नहीं हूं चोर नहीं हूं यू तो मै तो, पर काश चुराती दर्द तुम्हारा तेरे इन बहते आंखो से, काश चुराती अस्क तुम्हारा तेरे मन के गहराई से, काश चुराती गम मै तुम्हारा। तेरे बिखरे ख्वाबों के टुकड़े, काश मिलाती उन्हें दोबारा दिल की तेरी वीरानी में, काश खिलाती फूल दोबारा जिस समय ने तुझे रुलाया, काश रुलाती उसे दोबारा । लहरें जो तुझसे टकराई, काश खड़ी हो मैं टकराती जिस राह पर चोट लगी थी तुझको, काश वहा पर मै गिर जाती जिस तिमिर में तू थी सोई, काश वो मेरा घर हो जाता जो उजियारा चाहा तूने, काश वो दीपक में बन जाती तेरी मंजिल जो रही अधूरी, काश उसकी सीढ़ी मै बन जाती तनहा तू जिस प्यार को भटकी, काश वो आंचल मै बन जाती छोटे से इस टूटे दिल की, काश कहीं धड़कन बन जाती #love #kavita #chor