आँख को कर बन्द निज मन हिन व्यथा को तर्ज़ दे करती रहूँ जो कह रहा दिल त्रस्त नज़राना... आज जीने की तमन्ना छोड़ कर बढ़ मैं चली उस लोक को जो ज़िन्दगी भर रहा अनजाना... To Sylvia Plath... My Dedication... As A Poet... #alokstates #yqbaba #yqdidi #immortal #words #burdensofdream #lifelessons #sylviaplath