प्यारी सी नादान सी एक लड़की कविताओं को सजोती वो शब्दों से ऐसे जैसे दुल्हन सजती है अपने गहनों से अल्फाजों में है एक अजीब सा नशा जैसे हो वो मदिरा का सैलाब खींचा चला आय कोई भी इतनी खूबसूरत है इनके ख्यालात उफ्फ ,नम्र ज्ज्बातों का काफ़िला मिलता है इनके रचनाओं में मृत भावनाओं में नई उम्मीद का दीपक जला जिंदगी दे जाती वो कभी कठोर स्त्य को बता मार्गदर्शक बन जाती वो तो कभी विकराल रूप दे जाती अल्फाजों को और विघ्न विनाशक दुर्गा बन जाती वो बेहिसाब चाहत झलकती उनके कविताओं में मेरे दिल से बस यही दुआ है मिले कायनात की हर खुशी उनको ,हो हर चाहत मुक्कमल उनकी सफलता खुद चल कर उनके पांव चुम्मे । Dedicating a #testimonial to Saumya Singh😍😍😍❤❤💕💕💕