हम फिर वहीं जा पहुंचे नूतन काल में जिसकी जल्दबाजी एक जोश है जो अवश्य ही भविष्य में स्थिर होगा यही चक्र है नूतन और पुरातन... क्या किया जाय, यह हमेशा से रहा है हम फिर वहीं जा पहुंचे। यह अंतहीन दौड़ मानक है, मानव का नूतन भी। सबको स्वतन्त्रता है।इस हेतू संवेदना का ध्यान रखें। हम फिर वहीं जा पहुँचे... #वहींजापहुँचे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #musings #poetry