शायद तस्वीर भी तराशती होगी आइना डाले बेअक्ल से बेबाक तो नहीं, अक्स था या तस्वीर कोई या था कोई सितारों का मेल, जिन्हें टूटने पर भी जुड़ाव मिला और जुड़ाव पे टूट का वो बुरा ख़्वाब, जनाब जानबूझकर कौन जीता है जिंदगी, साँस से संस्कृति तक ज़िन्दगी समझते ही जाएं तो अच्छा है । जो हवाओं में थे वो चले कि नहीं, कहीं पानी की बाढ़ है तो कहीं सूखा पर फिर भी वो प्रकृति एक ही है और वो इंसान भी । एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की जानिब से। #एकदूजेसेजुदा #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi