#DearZindagi ऐ-जिंदगी शुरूआत तो तूने कर दी है , चलना कब सिखायेगी.., इस जिंदगी कि भीड में , सम्भलना कब सिखायेगी.., इस गमो से भरी जिंदगी में, हसी के दो पल वो कब लायेगी.., खोया है जो इन्सान अभी खवाबो में, उसे सच्चाई कब दिखायेगी.., पैसो से बढकर होता है अपनो का प्यार, ऐ-जिंदगी तू इस लालची इन्सान को कैसे समझायेगी.., शुरूआत तो तूने हकीकत में कर दी है, ऐ-जिंदगी---हकीकत में जीना कब सिखायेगी... #DearZindagi