आज तो दिल की दिमाग से बात हो गई। प्यार की सोच से दो दो हाथ हो गई। दिल तो यू ही हद से गुजर जाने को तैयार था। दिमाग मे हर परिस्थिति का सोच विचार था। दिल मे तो अभी भी उसकी यादों का भंडार था। दिमाग में अभी भी पहले दिए धोखे का प्रहार था। दिल उसको भुलाना नही चाहता था दिमाग उसे अपनाना नही चाहता था। क्या करूँ क्या ना कर समझ नही आ रहा था। दिमाग मे द्वंद्व और दिल मे दर्द उठा जा रहा था। तभी मैने भी दोनों को आजमाया। दिल का सामना दिमाग से करवाया। दोनों हुए एक दूजे से एक बात पर राजी। प्यार में दिल टूट जाएगा तो दिमाग तक नही लाएगा। खुद को भले तड़पा ले पर आंखों से न अश्क़ गिराएगा। दिल को ये सब कबूल है। पर दिमाग जानता है, ये दिल की फिर एक भूल है। जिसने पहले छोड़ दिया वो अब क्या साथ निभाएगी। तुझसे अच्छा मिलते ही झट से उसके साथ चली जायेगी। ©Vijay Milind #दिल#दिमाग#की#लड़ाई #Health