जितने मुँह उतनी बातें तो होती रहेंगी। सच्चाई पर झूठ की परत चढ़ती रहेंगी। शुरू होगी छोटी सी बात दिन में अगर, रात होते-होते बात तो बढ़कर ही रहेंगी। किसी की ज़िंदगी की एक कहानी बनेगी, किसी की कहानी हकीकत बन कर रहेंगी। लोगों का क्या है वो मान लेते है कुछ भी, बदनामी बस तुम्हारी यहाँ होती रहेंगी। न हटाना नज़र अपने लक्ष्य से तुम तो, हर कामयाबी बस तुम्हारी होकर रहेंगी। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_430 👉 जितने मुँह उतनी बातें लोकोक्ति का अर्थ - एक ही बात पर भिन्न-भिन्न कथन। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ लिखने के बाद यहाँ Done काॅमेंट करें।